विधिशास्त्र की उत्पत्ति
सभी विधिवेत्ता इस बात से सहमत हैं कि विधिशास्त्र की उत्पत्ति किसी युग-विशेष में या व्यक्ति विशेष से नहीं हुई है बल्कि यह शास्त्र क्रमिक गति से विकसित हुआ है। इसके विकास में असंख्य विधिशास्त्रियों का सक्रिय योगदान रहा है। अध्ययन की सुविधा की दृष्टि से विधिशास्त्र के विकास-क्रम को तीन प्रमुख काल-खण्डों में विभाजित किया गया है –
(1) पूर्व रोमन काल (Pre-Roman period);
(2) रोमन काल के दौरान (Roman period);
(3) उत्तर–रोमन काल (Post-Roman period)