संपरिवर्तन का अर्थ –
संपरिवर्तन का तात्पर्य है, जानबूझकर बिना किसी विधिक ओचित्य के किसी व्यक्ति के माल या वस्तु के साथ इस रीती से संव्यवहार करना की, अन्य व्यक्ति जो उस माल के तात्कालिक प्रयोग एंव आधिपत्य का अधिकारी है, उससे वंचित हो जाए|
यानि माल को गैर-कानूनी ढंग से लाना, उसका उपयोग करना, परिवर्तित करना और उसे नष्ट करना आदि संपरिवर्तन कहलाते है|
संपरिवर्तन की परिभाषा –
सामण्ड के अनुसार – संपरिवर्तन किसी व्यक्ति के वस्तुओं के सम्बन्ध में ऐसा कार्य है जिसके द्वारा स्वामित्व को औचित्यपूर्ण तरीके से अस्वीकार किया जाता है|
विनफिल्ड के अनुसार – किसी व्यक्ति के अधिकार एंव स्वत्व से बिना किसी विधिपूर्ण न्यायानुमिति के इन्कार करना संपरिवर्तन कहलाता है|