हिन्दू विधि के स्रोत
सुविधा के अनुसार हिन्दू विधि के स्रोत को दो भागों मै विभाजित किया गया है –
(1) प्राचीन या मूल स्रोत
(2) आधुनिक स्रोत
हिन्दू विधि के प्राचीन स्रोत
हिन्दू विधि के प्राचीन स्त्रोतों को भी मुख्य रूप से चार भागों में बाँटा गया है
(1) श्रुति –
श्रुति हिन्दू विधि का प्राचीनतम स्रोत है। श्रुति शब्द ‘श्रु’ धातु से लिया गया है जिसका अथ है सुनना| ऐसा मानना कि हमारे ऋषि-मुनियों का आध्यात्मिक ज्ञान इतना अधिक विकसित हो गया था कि वे ईश्वर से सीधे बात करने की स्थिति में आ गये थे।
इस प्रकार ईश्वर की वह वाणी जिसे हमारे ऋषि-मुनियों ने सुनी और उसे हमें सुना दी वह श्रुति कहलायी| श्रुतिया सर्वोपरि मानी जाती है इसमें 4 वेद (ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद) व उपनिषद भी आते है जिनका मुख्य उद्देश्य ज्ञान की प्राप्ति तथा मनुष्य को मोक्ष प्रदान करना है|